अँही भैरवी राग छी

 गीत-अहाँ मधुर भैरवी राग छी

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गीत अहीं,..... संगीत अहीं...

अहीं हम्मर जिनगीक साज छी

अहाँ मधुर भैरवी राग छी…...


अहाँ चम्पा और चमेली छी

अहाँ फूलल साँझुक वेली छी

साँच कही जीवन-बगिया के

आहीं खिलल गुलाब छी…..।

अहाँ मधुर भैरवी राग छी……


अहाँ चंद्रप्रभा सँ सिंचित छी

गमगम चंदन तन लेपित छी

अहाँ ललितकलाक अनुपम कृति

अहाँ सुंदरता केर ताज छी….।

अहाँ मधुर भैरवी राग छी……


अहाँ मृगनयनी, मृदु हासिनि छी

अहाँ कोमलांगी, मधुभाषिनि छी

अहाँ के पायब स्वर्गिक सुख सम

अहाँ भाग्यवान केर भाग छी...।

अहाँ मधुर भैरवी राग छी……

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विजय इस्सर ‘वत्स’






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